A Poem of Finding your True Self & Love-Pursuit-परसूट
मैं तुम्हें उस वक़्त कुछ देना चाहूँगा
जब मेरे पास कुछ भी नहीं होगा,
ये वो वक़्त होगा जब तुम मुझमें
उस चीज़ को तलाशोगी जो मुझमें बची होगी
या यूँ कहूं वो आख़िरी चीज़ जो मेरे पास होगी,
जब मेरे पास कुछ नहीं होगा,
उस वक़्त मैं भी मुझमें कुछ तलाशूँगा कि
मुझमें अब बचा क्या है तुम्हें देने के लिए,
यही वो वक़्त होगा जब तुम मुझे जानोगी,
यही वो वक़्त होगा जब,
मैं ख़ुद को पहचानूँगा।
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परसूट(Pursuit) मतलब लक्ष्य। लक्ष्य किसी मुक़ाम तक पहुँचने का, लक्ष्य ख़ुद को पहचानने का या लक्ष्य अपने प्यार के लिए सब कुछ न्योछावर कर देने का। ये नज़्म प्यार के लिए सब कुछ न्योछावर कर देने और ख़ुद को पाने की दास्तान बयां करती है। उम्मीद करता हूँ मेरी यह नज़्म आपको अच्छी लगी होगी। अगर हाँ तो कमेंट सेक्शन में ज़रूर बताएँ, इसे ज़्यादा से ज़्यादा शेयर भी करें।ऐसे ही कुछ नयी सुकून भरी नज़्मों को और शिक्षात्मक(educational) ब्लॉग को पढ़ने के लिए ज़रूर विज़िट करें मेरी वेबसाइट www.utkarshmusafir.com पर।
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